Kya Bhoot Hote Hain: – हाँ, भाई क्या हुआ डर गये आप? नहीं, यहाँ डरने की कोई बात नहीं है क्योकि इस लेख में केवल हम इस फैक्ट पर बात करेंगे कि क्या सच में भूत होते है?.
आपको क्या लगता है कि भूत होते है हाँ, आप सभी लोगो ने भूत को फिल्म, कहानी, सीरियल, सपने और वहम में देखा होगा तो क्या यह सच है कुछ लोगो का यह कहना है कि हमने किसी मनुष्य के अंदर भूत ( Bhoot ) को समाते हुए देखा है अथार्थ उसके अंदर भूत आने के बाद वह पागल हो जाता है
तो क्या यह संभव है कि भूत किसी मनुष्य के शारीर में समा जाता है पुरे विश्व में ऐसे लोग है जो भूत ( Bhoot ) होने की बात को समझते है अथार्थ केवल भारत में भूत होते है? का सवाल नहीं है एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में लगभग 46% लोग भूत होने पर विश्वाश करते है
इसीलिए हमारी रिसर्च के अनुसार ऐसे बहुत सारे लोग है को सर्च इंजन गूगल में इन्टरनेट पर यह सर्च करते है कि भूत होते है कि नहीं? ( Bhoot Hote Hain Ki Nahin ), सच में भूत होते है क्या? ( Bhoot Hote Hain Kya ), क्या भूत प्रेत होते है?,
यही कारण है कि आज हम NS Article पर इस लेख में भूत ( Bhoot ) होने के बारे में सम्पूर्ण चर्चा करेंगे चलिए अब हम भूत कैसे बनते है? के बारे में जान लेते है –
भूत कैसे बनते है? ( Kya Bhoot Hote Hain? )
भूत मनुष्य के मृतक होने के बाद उनकी आत्मा से बन जाते है अगर मैं साधारण भाषा में बात करू तो जब किसी व्यक्ति की मृत्यु के होने के बाद उसके इच्छा अधूरी रहने पर वह दुबारा जन्म लेने के लिए मृत्यु के बाद स्वर्ग या नरक नही जाता है
तो ऐसे में वह भूत बन जाता है इनकी इच्छा अधूरी रहने का कोई भी कारण हो सकता है भारत में लोगो के दिमाग में भूत ( Bhoot ) होने के लिए विचार पीढ़ियों से है क्योकि इतिहास में देखे तो भारत में कई ऐसे जगह है जिनको भूत ( Bhoot ) पीड़ित स्थान माना जाता है
परन्तु विज्ञान के अनुसार जब मिथेन और ऑक्सीजन मिलते है तो आग बना देते है ऐसे में लोग अंधेरा में आग लगने को भूत का नाम देते है लेकिन कुछ लोगो का यह कहना है कि जब किसी मनुष्य की मृत्यु समय से पहले हो जाती है तो ऐसे में वह भूत ( Bhoot ) प्रेत के रूप में बची जिंदिगी को भोगता है
यहाँ लोगो का कहना है कि ऐसे मनुष्य की इच्छाए अधूरी रह जाते है वो भूत ( Bhoot ) बनते है लेकिन विज्ञान के अनुसार मनुष्य के लगभग तीन शरीर होते है जिसमे स्थूल शरीर, सूक्ष्म शरीर और कारण शरीर शामिल है यहाँ स्थूल शरीर को मनुष्य की बॉडी कहा गया है
विज्ञानिको के अनुसार मनुष्य का स्थूल शरीर लगभग 150 बर्ष से अधिक समय तक जिन्दा रखा जा सकता है लेकिन इसके लिए इस शरीर का स्वस्थ होना जरुरी है मनुष्य के सूक्षम शरीर की उम्र करोडो वर्ष और कारण शरीर में आत्मा होने के कारण यह एक बीज के रूप में विद्यमान रहती है
भूत कितने प्रकार के होते है?
भूत मुख्य रूप से केवल दो प्रकार के होते है जिसमे स्त्री और पुरुष भूत ( Bhoot ) का नाम शामिल है क्योकि हर मनुष्य के अंदर ऐसे भूत का अधिकतर वास होना माना जाता है जो स्त्री या पुरुष है –
पुरुष भूत ( Bhoot ) में हमेशा वह भूत आते है जो पुरुष योनि में जन्म लेते है यह किसी भी उम्र के हो सकते है इसी प्रकार स्त्री भूत ( Bhoot ) में वो मनुष्य आते है जो स्त्री की योनि में जन्म लेती है इनको हिंदी में चुड़ैल कहते है यह भी किसी की उम्र में हो सकती है
भूत से डरने की परिस्थिति क्या है?
भूत से डर लगने की परिस्थिति कई तरह की होती है जिनके कारण लोग भूत ( Bhoot ) होने से डरने लगते है इनमे से कुछ मुख्य परिस्थिति के बारे में हमने नीचे बताया है –
- अँधेरे में पायल की आवाज का सुनाई देना
- बंद पड़े घर में रहना ( मन में डर का अनुभव होना )
- रात में आजीव आवाज का सुनाई देना ( मन में डर होना )
- किसी मनुष्य के अंदर भूत आने के बाद उसका पागल होना
- मस्तिष्क में भ्रम पैदा होने से हमेशा भूत के होना का अहसास डराता है
- दरवाजे का खुद खुल जाना ( कोई मनुष्य दिखाई न देना )
- चीजो को फेकना ( कोई मनुष्य दिखाई न देना )
लोगो के अनुसार कैसे लोगो को भूत चंगुल में लेता है?
हाँ भाई मैं जानता हूँ कि आप सभी लोग इस बात को जानना चाहते है लेकिन यह सभी लोगो की बातो पर आधारित है ऐसे में लोग कई तरह के कारण बताते है जिससे लोग भूत ( Bhoot ) के चंगुल में आते है इनमें से मुख्य बाते नीचे बताई गई है –
नोट – हम यह जानकारी केवल इस विषय पर लोगो के साथ रिसर्च करके दे रहे है जिन सभी को पॉइंट्स के द्वारा नीचे हमने मेंशन किया है
- जो लोग बुरे कर्म करते है लोगो का कहना है कि उन लोगो को भूत ( Bhoot ) अपने चंगुल में लेते है लोगो का अधिक शराब पीना, अधिक सम्भोग करना, अधिक मांस खाना, किसी भी धरम के भगवान् का अपमान करना सभी काम बुरे कर्म में आते है
- जो लोग किसी धार्मिक काम को रात के समय करते है वह लोग भूत ( Bhoot ) के चंगुल में आते है इसके साथ जो लोग हमेशा भूत को देखकर हमेशा डरते है ऐसे लोगो के भूत के चंगुल में आने की सम्भावना अधिक होती है
लोग भूत की पहेचान किन लक्षण से करते है?
ऐसे कई तरह के लक्षण है जिनके संकेत से लोग यह सोचते है कि यह मनुष्य भूत ( Bhoot ) से पीड़ित है इनमे से कुछ मुख्य कारण नीचे बताए गए है –
- जब कोई मनुष्य पागल होता जाता है तो ऐसे में यह भूत पीड़ित होने का लक्षण है
- मनुष्य की आँखे लाला होना और कई व्यक्ति से लड़ने की शक्ति आना ( गुस्सा अधिक आना )
- ऐसे मनुष्य कई तरह के व्यवहार करते है यह सब इनके मुड पर निर्भर करता है इसमें यह मन करने पर बुद्धिमान बन जाते है, मन होने पर बच्चे बन जाते है, मन होने पर गुस्सा आ जाता है, मन होने पर अंजान बन जाते है
- ऐसे मनुष्य केवल अकेले रहना पसंद करते है यह गलत बर्ताव करने और अधिक गलत भोजन ( मांस का सेवन करना ) करने के लक्षण रखते है
- मनुष्य का बिना मतलब के चिल्लाना, सांस जल्दी लेना, लोगो को गलत बोलना, बड बड करते रहना, मनुष्य का तड़पना, बिना मतलब के रोते रहना, बार बार बेहोश होकर जाग जाना, कभी मुस्कुराना ( हस्ते रहना ), इशारे करना, यह सभी लक्षण अजीब तरह से दिखाई दे सकते है
बच्चो के मन में भूत का विचार कैसे आता है?
भारत में बच्चो के मन में भूत का विचार दादी या नानी के कहानी से सुनने के बाद सबसे पहले आता है क्योकि बच्चे को जो समझाया जाता है वह उसको सच मान लेते है जिसके बाद यह धीरे धीरे उम्र बढ़ने पर भूत ( Bhoot ) की फिल्म को देखकर अपने मन में भूत के लिए बने विचार को मजबूत करते है
लेकिन बच्चो के बढे होने पर जब उनके विचार फैक्ट्स पर बात करने लगते है तो ऐसे में यह बच्चे बड़े होकर केवल एक सवाल सर्च करते है कि क्या भूत सच में होते है? या फिर यह सब झूठ है?
भूत को लेकर बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का क्या कहना है?
हाँ, आजकल बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भूत ( Bhoot ) को लेकर विवाद में है क्योकि कुछ लोगो का कहना है कि यह कैमरा के सामने भूत ( Bhoot ) को भगाकर अंधविश्वास को बढ़ावा देते है अब ऐसे में हमारा सवाल फिर से यह उठता है कि के भूत ( Bhoot ) सच में होते है
भारत के ज्योतिषाचार्य आचार्य राज मिश्रा ( सनातन धर्म ) का कहना है कि भूत ( Bhoot ) होते है जिनको मंत्र शक्ति से हम भगा सकते है मंत्र को लेकर यह कहते है कि मंत्र खास सिलेबल के आधार पर बने है जिनके उच्चारण करने से निकलने वाले विशेष साउंड से भूत-प्रेत विकर्षित हो जाते है
जिसके बाद यह दूर हट जाते है यही कारण है कि हम इसको ढोंग या चमत्कार या अंधविश्वाश नहीं कह सकते है
भूत को लेकर लोग क्या कहते है?
भूत को लेकर हर किसी मनुष्य के विचार और सोच अलग अलग है इसमें कुछ लोगो का यह मानना है कि भूत होती है क्योकि यह लोग अन्य ऐसे लोगो को बात को एक्सेप्ट कर लेते है जो इस बात को लेकर विचार करते है कि हाँ, भूत ( Bhoot ) होते है लेकिन यहाँ कुछ लोग ऐसे है
जो भूत देखने के बाद ही उसके ऊपर विश्वाश करने का दावा करते है इसीलिए ऐसे लोगो का मनना है कि नहीं, भूत ( Bhoot ) होना एक अंधविश्वास को नहीं मानते है भारत में लोग सबसे अधिक धर्म और आस्था में अटूट विश्वाश रखते है
लेकिन भूत को लेकर पूरी दुनिया के लोगो में भूत है या नहीं? के ऊपर अलग अलग विचार है यहाँ आपको यह जानने के बाद हेरानी होगी कि भारत से अधिक लोग अमेरिका में भूत ( Bhoot ) होते है के ऊपर विश्वाश करते है
क्योकि वर्ष 2019 में IPSOS Poll के माध्यम से सर्वे करने पर पता चला कि अमेरिका में लगभग 46% लोग भूत ( Bhoot ) होने पर विश्वाश करते है इसके साथ ताइवान में बीबीसी में छपी हुई रिपोर्ट के अनुसार लगभग 90% लोग भूत होने के ऊपर ट्रस्ट करते है
इसके साथ अन्य देश जैसे – जापान, चीन, कोरिया और वियतनाम आदि में भी लोग भूत होने का बात पर विश्वाश करते है कुछ लोगो का मानना है कि जब कोई घर अधिक समय तक खाली पड़ा रहता है तो वहां पर भूत ( Bhoot ) का बसेरा होने लगता है
लोगो का भूत के कपड़ो को लेकर विचार क्या है?
कुछ समझदार लोग ऐसे है जो यह बात को कहते है कि अगर भूत होते है तो वह हमेशा सफ़ेद या लाला साड़ी या सफ़ेद भूत वाले कपडे क्यों पहेनते है क्योकि जो कोई व्यक्ति भूत की बात करता है अथार्थ कहता है कि भूत होते है तो ऐसे में वह भूत ( Bhoot ) के भूतनी कपड़े में देखने की बात करता है
अब ऐसे मे इन समझदार लोगो का सवाल यही कि अगर भूत ( Bhoot ) मनुष्य की मरने के बाद आत्मा से बनते है तो ऐसे में यह कपड़ो में कैसे दिखाई दे सकते है इस बात को कहने के बाद यह लोग कहते है कि जब हम किसी चीज को दिमाग में किसी तरह से सोचते है तो वह हमे उसी तरह दिखाई देती है
क्या भूत होते है? इस मामले में धर्म क्या कहता है?
अगर हम भूत को लेकर धर्म के बारे में बात करे तो ऐसे में अलग अलग धर्म के लोगो के भूत ( Bhoot ) प्रेत को लेकर अलग अलग विचार रखते है ऐसे में कुछ धार्मिक संस्कृतियों में मनुष्य की मृत्यु के बाद आत्मा का दूसरी दुनिया में रहने को लेकर विश्वाश है
यहाँ कुछ धार्मिक संस्कृतियों में श्मशान घाट में महिलाओ और बच्चो को नहीं भेजा जाता है यहाँ लोगो की यह धारणा है कि अगर महिलाओ और बच्चो श्मशान घाट में जाते है तो ऐसे में उनके ऊपर भूत प्रेत के आने की सम्भावना है इसके साथ भूत को लेकर कई तरह की लोगो के बीच धारणा है
क्या भूत होते है? इस मामले में विज्ञान क्या कहता है?
हाँ, मैं जानता हूँ कि आप में से अधिकतर लोग भूत ( Bhoot ) को लेकर विज्ञानं के विचार के बारे में जानकारी लेना चाहते है विज्ञान के अनुसार भूत को लेकर अजीबोगरीब घटनाएं पर रिसर्च करना मुश्किल है
यहाँ दरवाजो का अपने आप खुलजाना, परछाई से डरना, भूत के द्वारा चीजो को फेकना, मरे हुए मनुष्य को देखना जैसी बहुत सारी घटनाएं आती है हम लोग ऐसे कई तरह की चीजो को देखकर भूत होने का दावा करते है
भूत को लेकर वर्ष 2016 में एक किताब के माध्यम से लोगो के विचारो को कहानी के माध्यम से यह साबित किया कि अधिकतर लोगो यह नहीं कह सकते है कि उन्होंने सच में किसी भूत को देखा है इसीलिए यह भूत ( Bhoot ) के लिए मान्यता पैरानॉर्मनल एक्टिविटी है
वैज्ञानिक भूत को समझने के लिए न्यूरोसाइंस की मदत लेने पर कहते है कि कई बार हमारी आँखे अलग तरह से व्यवहार करने लग जाती है आंखों की रेटीनल रॉड कोशिकाएं कम रौशनी में सक्रिय होने के कारण हमे साफ़ नहीं दिखाई देता है केवल सफेद और काला सही प्रकार से दिखाई देता है
ऐसे में दिमाग में चलने वाले काल्पनिक विचार को शायद लोग कोई भूत समझ लेते है जब कोई मनुष्य डरने लगता है तो उसमे कई तरह के लक्षण दिखाई देते है जिसमे सांस तेज होना, शरीर का चौकन्ना होना, धड़कन का तेज होना
ऐसे में वैज्ञानिक ओकीफ ने कहाँ कि मनुष्य के अंदर डर के कारण दिमाग में मस्तिष्क में डोपोमीन का रिसाव होता है ऐसे में बचपन का खुद के जीवन में भूत ( Bhoot ) से सम्बंधित कहनी, फिल्म और बातो को दिमाग में यादे स्मृतियां के रूप में आने लगती है
उदहारण के लिए, अगर किसी मनुष्य ने मूवी में एक कम लोगो वाली जगह में एक हवेली को अँधेरे में भूत ( Bhoot ) की हवेली की तरह देखता है जिसके बाद मूवी में लोग उसके अंदर डरते हुए जाते दिखाई देते है ऐसे में जब हम अँधेरे में किसी ऐसे ही हवेली को देखते है
तो यहाँ डर या भय का अहसास होने लग जाता है बस इसके बाद हमारा दिमाग डरने के कारण इस जगह पर खतरे को महूसस करने लगता है बस अब दिमाग यहाँ से निकलने के लिए कहता है क्योकि अब यहाँ वह मनुष्य हर चीज में डर महसूस करने लग जायेगा
अब अगर ओकीफ से पूछा कि क्या भूत होते है तो ऐसे में उन्होंने कहाँ कि ऐसे कई चीजे जो विज्ञानं की बातो से दूर है जैसे बिना छुए किसी चीज में हलचल होना |
नोट – लेकिन विज्ञानं की दृष्टिकोण से कोई भूत प्रेत नहीं होते है परन्तु लोगो का कहना है कि हर मनुष्य के अंदर आत्मा के रूप में एक सकती होती है
क्या भूत केवल मनोरंजन के लिए होते है?
नहीं, ऐसा नहीं है कि हम भूत ( Bhoot ) को केवल मनोरंजन का विषय कहे क्योकि टीवी या मूवीज में भूत को लेकर बनी सभी फिल्म केवल मनोरंजन का साधन होती है लेकिन हम केवल फिल्म में भूत के मनोरंजन होने से भूत नहीं होते है यह नहीं कह सखते है
आप एक बात समझ सकते है कि भूत ( Bhoot ) के ऊपर अमेरिका में सोसायटी फॉर फिजिकल रिसर्च को वर्ष 1822 में बनाया गया था जिसको प्रेसिडेंट महिला इलेनॉर सिडविक को बना दिया
इनको फीमेल घोस्टबस्टर के नाम से भी जानते है इसके साथ देश की ऐसे बहुत सारे यूनिवर्सिटी ( कॉलेज ) है जिनमें घोस्ट क्लब है इन यूनिवर्सिटी ( कॉलेज ) में कैंब्रिज, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटीज आदि शामिल है
हैलोवीन त्यौहार क्या है? ( यूरोप का भूत को लेकर इतिहास क्या था )
पश्चिम देशो में इस त्यौहार को गुजरे अथार्थ मरे हुए लोगो को धरती पर उतरने का माहोल कहा जाता है इस दिन इन लोगो का यह मानना होता है कि हैलोवीन त्यौहार के दिन इंसान और भूत ( Bhoot ) प्रेत धरती पर आबाद रहते है
लेकिन पोप ग्रेगरी ने अपने प्रचारको से कहा कि इसका विरोध न करे और इस त्यौहार का ईसाईकरण करे जिसके बाद इस त्यौहार को ऑल सेंट्स डे अथार्थ हैलोज डे कहा गया ऐसे में भूत पर विश्वाश यूरोप के लिए फायदा था यहाँ पोप ग्रेगरी ने भूत को मानने वाले लोगो से कहा कि जो लोग भूत को देखते है
वह उसके लिए दुआ करे क्योकि भूत को जन्नत में जाने के लिए दुओं की जरूरत होती है जिसके बाद यह एक कारोबार बन गया क्योकि इसमें लोगो से पाप की माफ़ी के बदले में लोगो से बहुत पैसे वसूले जाते थे अब जर्मनी के माटिन लूथर जो एक धर्म प्रचारक थे इन्होने इसके खिलाफ आवाज उठाई
जिसको बाद ईसाई धर्म के लोगो को दो फिरको में बाट दिया गया जिसके नाम प्रोटेस्टेट और केथोलिक था इस प्रोटेस्टेट में वो लोग थे जो भूत ( Bhoot ) प्रेत को मानते थे लेकिन केथोलिक में लोग इसको केवल अंधविश्वाश मानते थे अब भूत के होने के सवाल को विज्ञान में ढूँढना शुरू किया
आज भी घोस्ट हंटर्स वैज्ञानिक मेथड से भूत होने के अस्तित्व को साबित करने में लगे है केवल ईसाई धर्म नहीं अन्य धर्म में भी भूत ( Bhoot ) को लेकर अलग अलग मान्यता है हिन्दू धर्म में आत्मा को लेकर कई तरह की मान्यता है
भूत क्यों डराते है? इसके ऊपर क्या कहा जाता है?
भूत प्रेत को समझने वाले लोगो का कहना है कि भूत ऐसे किसी मनुष्य को नहीं डराते है इसमें कई कारण होते है जिसके कारण भूत ( Bhoot ) कब्र से ही इंसान के लिए गुहार लगाता है ऐसे में लोगो का कहना है कि व्यक्ति के मरने के बाद वह दुनिया से सम्बन्ध रखता है
इसीलिए जो लोग बुरे काम या पाप करते है तो ऐसे में हमे इन सभी पापो का प्रायश्चित कर लेना चाहिए
क्या बरगद के पेड़ में भूत का वास होता है?
नहीं, इस बात पर हाँ, इसीलिए नहीं कहा जा सकता है क्योकि बरगद का पेड़ को हम मुख्य रूप से ओषधीय गुणों के लिए लोगो के बीच जाना जाता है ऐसे में कुछ लोग बरगद के पेड़ को दिन में देवता कहते है
लेकिन रात में इसको डारावना कहकर इसमें भूत ( Bhoot ) का वास होने की बात कहते है लेकिन जब कोई व्यक्ति ऐसी बातो को सुनकर किसी बरगद के पेड़ से रात में गुजरता है तो ऐसे में वह अपने मन के विचार और आसपास के शांत माहोल के कारण डर जाता है
लेकिन दिन में यह डर एकदम गायब हो जाता है ऐसा इसीलिए होता है क्योकि हम रात में अपने मन में यह बिठा लेते है कि बरगद के पेड़ में भूत होता है
क्या भूत के विचार मन से हटाये जा सकते है?
हाँ, कभी कभी कुछ लोगो के लिए यह संभव है कि वह भूत को लेकर मन को डराने वाले विचारो को ख़तम कर सकते है लेकिन यह काम केवल आप खुद कर सकते है क्योकि जब हमारे सामने कोई भूत ( Bhoot ) की बाते करता है तो ऐसे में आप उसको सही मान लेते है
लेकिन जिन लोगो को भूत ( Bhoot ) के विचार को ख़तम करना होता है वह लोग झूठ को झूठ समझते है ऐसे में यह लोग सभी चीजो को नार्मल तरीके से देखते है
FAQ
भूत किस से डरते है? ( क्या भूत को डराया जा सकता है )
नहीं, भूत को हम बन्दुक या किसी अन्य हथियार से डरा नहीं सकते है क्योकि ऐसा करना संभव नहीं होता है ऐसे में कुछ लोगो का मन का वहम उनको भूत लगता है जिसको डराया नहीं जा सकता है
क्या भूत को हम पकड़ सकते है?
नहीं, ऐसा करना संभव नहीं है क्योकि भूत को साधारण मनुष्य नहीं होता है यही कोई भोतिक पदार्थ अथार्थ ( ठोस, द्रव या गैस ) नहीं है जिसको आप पकड़ कर या इक्कठा करके साइड में रख सकते है
भूत दिखाई देने का समय क्या होता है?
भूत दिखाई देने का समय मुख्य रूप से रात का समय कहा जाता है क्योकि यह एक ऐसा समय होता है जब पूरी दुनिया के लोग सो जाते है ऐसे में इस समय अजीब अनुभव किया जा सकता है यही कारण है कि भूत अधिकतर रात में दिखाई देते है
रात के समय लोगो को भूत दिखाई देने पर वह इसको बुरा सपना समझकर भूल जाते है क्योकि अधिकतर लोगो को यह पता होता है कि मन या दिमाग का काल्पनिक अनुभव करने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र रहता है
भूत क्या क्या कर सकते है?
हम किसी भूत की शक्ति का ऐसे अंदाजा नहीं लगा सकते है क्योकि यह भूत के भूत बनने के मजबूत कारण के ऊपर निर्भर करती है ऐसे में कोई भूत कम शक्तिशाली होता है और कोई भूत अधिक शक्तिशाली होता है क्योकि हम आत्मा को देख नहीं सकते है ऐसे में हम इसका अनुभव नहीं कर सकते है
आपने क्या सीखा
आज के इस लेख में हमारे लेखक ने भूत होते है या नहीं? के ऊपर सभी विचार और सोच के बारे में बात की है जिसको पढने के बाद आप भूत ( Bhoot ) होते है या नहीं के बारे में बहुत सही ऐसी जानकारी प्राप्त कर लेते है जो आपके मन में भूत ( Bhoot ) होते है या नहीं? का जवाब देती है
नोट – हमारे लेखक ने इस लेख को पुरे 1 महीने सम्पूर्ण भूत पर रिसर्च करने के बाद इससे सम्बंधित सभी तथ्य आपके सामने रखे है जिसके बाद आप लोगो के भूत ( Bhoot ) को लेकर सभी तरह के सवाल क्लियर हो जाते है
मुझे उमीद है कि आप सभी को Kya Bhoot Hote Hain के बारे में सब कुछ समझ आ गया होगा फिर भी अगर आपका कुछ सवाल है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में मुझसे पूछ सकते है
Credit By =itznitinsoni